मां का आंचल
हर संकट में ये मां का आंचल
हर दुविधा में ये मां का आंचल
सिर पर रहता है हरदम सबके
हर पीड़ा में ये मां का आंचल
आंधी आए ये मां का आंचल
तुफां में भी ये मां का आंचल
बारिश धूप और सोते जागते
हम पे होता ये मां का आंचल
बिजली चमके मां का आंचल
बादल गरजे तो मां का आंचल
जब भी है लगता डर सायों से
सभी ढूंढते ये मां का आंचल
हवा डुलाता मां का आंचल
प्यार दिखाता मां का आंचल
आंख भर आएं तो अश्रूं पूंछे
‘विनोद’अद्भुत ये मां का आंचल