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13 Oct 2021 · 1 min read

मां आदिशक्ति क्या मांगू

मोहपाश में बंधा हुआ
मां आदिशक्ति क्या मांगू
आप है सिरजनहार मेरी
मैं अज्ञानी क्या जानू
मोहे निशा में जाग रहा
प्रकाश कभी न देखा
घर गृहस्थी संसार ही
मां मेरी है जीवन रेखा
दूर करो मां पीड़ाएं
तोड़ो कर्मों के बंधन
आत्मप्रकाश करो मां जग में
मचा हुआ है क्रंदन
मैं हूं माता निपट अनाड़ी
पार नहीं पा पाऊंगा
कैंसे तेरी गोद में माता
निर्मल बन फिर आऊंगा
जय माता दी

सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 169 Views
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