माँ
तपती हुई दुपहरी में भी, शीतल मंद हवा है माँ
बच्चों की भूख मिटाने को, चूल्हा आग तवा है माँ
घर आँगन का अनुशासन है, पूजा से भी पावन है
दुनिया के सारे दर्दों की, केवल एक दवा है माँ
तपती हुई दुपहरी में भी, शीतल मंद हवा है माँ
बच्चों की भूख मिटाने को, चूल्हा आग तवा है माँ
घर आँगन का अनुशासन है, पूजा से भी पावन है
दुनिया के सारे दर्दों की, केवल एक दवा है माँ