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3 May 2024 · 1 min read

माँ

माँ का स्वरूप
सु-कोमल अनूप
निस्वार्थ स्नेह
माँ संतति उत्थान
गृहस्थ धूप
माँ छाँह युगमान
सुमन बनी
सौरभ बिखराती
शिक्षक बन
नव पाठ पढ़ाती
माँ सत्यम् शिवम्
वत्सला अनुपम
ईश पर्याय
प्रसु सदा सहाय
सु- वरदान
सफलता सोपान
‘नीलम’ आसमान
नीलम शर्मा ✍️

1 Like · 97 Views

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