माँ
माँ जब जाती है
तब कहाँ जाती है?
वह कहीं नहीं जाती
आस पास ही रहती है
आँखे बंद करो तो दिखती है
आँसुओं में बहती है
धीरे से गालों को सहलाती है
हवाओ की ऊँगलियों से
बाल सुलजाती है
मीठी थपकियो से
अब भी सुलाती है
माँ कहीं भी तो नहीं जाती
@संदीप