Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Feb 2022 · 1 min read

माँ

माँ के साथ बिताए खुशनसीब लम्हें,
सारी जिन्दगी भूल न पाऊगाँ,
तूने हाथ पकड़कर चलना सिखाया,
तुझे कैसे मैं भूल जाऊगाँ ।

मुझे जब भी डर लगता,
तेरे आँचल में छुप जाता था,
तेरी ऊँगली पकड़कर मैं,
हर दहलीज पार कर जाता था ।

मैं जब कभी बीमार हुआ,
तेरी रातों की नींद उड़ सी गयी,
हर पल मेरे सिरहाने में बैठे,
तू रातें गुजार देती थी।

उन लम्हों को याद कर,
मैं आज भी रो पड़ता हूँ,
मेरी खुशी के लिए,
अपनी हर खुशी छोड़ दी।

खुदा भी कुछ सोच-समझकर,
माँ को बनाया होगा,
हर दर्द की मरहम माँ है,
हर चोट की इलाज माँ है,
माँ है तो सारी जन्नत है आपकी ।

Language: Hindi
2 Comments · 203 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*** आकांक्षा : एक पल्लवित मन...! ***
*** आकांक्षा : एक पल्लवित मन...! ***
VEDANTA PATEL
मतलबी इंसान हैं
मतलबी इंसान हैं
विक्रम कुमार
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
शून्य हो रही संवेदना को धरती पर फैलाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
पूर्वार्थ
आश्रित.......
आश्रित.......
Naushaba Suriya
हिंदी - दिवस
हिंदी - दिवस
Ramswaroop Dinkar
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
गीत प्यार के ही गाता रहूं ।
Rajesh vyas
محبّت عام کرتا ہوں
محبّت عام کرتا ہوں
अरशद रसूल बदायूंनी
शाकाहारी बने
शाकाहारी बने
Sanjay ' शून्य'
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
Surinder blackpen
आप सच बताइयेगा
आप सच बताइयेगा
शेखर सिंह
"ऐतबार"
Dr. Kishan tandon kranti
पितृ दिवस की शुभकामनाएं
पितृ दिवस की शुभकामनाएं
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दोहा पंचक. . . . प्रेम
दोहा पंचक. . . . प्रेम
sushil sarna
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
👰🏾‍♀कजरेली👰🏾‍♀
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
भाषण अब कैसे रूके,पॉंचों साल चुनाव( कुंडलिया)
भाषण अब कैसे रूके,पॉंचों साल चुनाव( कुंडलिया)
Ravi Prakash
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
"अपनी करतूत की होली जलाई जाती है।
*Author प्रणय प्रभात*
"प्यार तुमसे करते हैं "
Pushpraj Anant
करता नहीं यह शौक तो,बर्बाद मैं नहीं होता
करता नहीं यह शौक तो,बर्बाद मैं नहीं होता
gurudeenverma198
अब तो उठ जाओ, जगाने वाले आए हैं।
अब तो उठ जाओ, जगाने वाले आए हैं।
नेताम आर सी
3189.*पूर्णिका*
3189.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दाढ़ी-मूँछ धारी विशिष्ट देवता हैं विश्वकर्मा और ब्रह्मा
दाढ़ी-मूँछ धारी विशिष्ट देवता हैं विश्वकर्मा और ब्रह्मा
Dr MusafiR BaithA
विषय :- काव्य के शब्द चुनाव पर |
विषय :- काव्य के शब्द चुनाव पर |
Sûrëkhâ
हौसला देने वाले अशआर
हौसला देने वाले अशआर
Dr fauzia Naseem shad
सृजन के जन्मदिन पर
सृजन के जन्मदिन पर
Satish Srijan
चलो...
चलो...
Srishty Bansal
जीवन की यह झंझावातें
जीवन की यह झंझावातें
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
आदर्श
आदर्श
Bodhisatva kastooriya
जीवन में कोई भी युद्ध अकेले होकर नहीं लड़ा जा सकता। भगवान राम
जीवन में कोई भी युद्ध अकेले होकर नहीं लड़ा जा सकता। भगवान राम
Dr Tabassum Jahan
Loading...