Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2020 · 1 min read

माँ

ग़ज़ल
1222 1222 1222 1222
मुझे दुनिया में लाकर के मेरी माँ खुलके मुस्काई।
मेरी पहचान इतनी सी हूँ अपनी माँ की परछाई।।

मुझे दी गर्भ में शिक्षा नौ महीने कोख में पाला।
तभी तो पूज्य माता ही गुरु पहली ही कहलाई।।

खुदा भी आसमां से देखे मां के चरणों मे जन्नत।
नये अवतार ले लेकर खुदाई सारी ठुकराई।।

जमाने के सभी नाते परखते हमको पग पग पे।
मगर माँ प्रेम के बदले न मांगे कोई सच्चाई।।

दफन कर ख्वाहिशें कितनी वो बहतर परवरिश करती।
उसी को पालने में बेटों को होती है कठिनाई।।

न मारो वंश की खातिर उसे दुनिया में आने दो।
बता बेटों की चाहत में ये किसने बेटी दफनाई।।

समझ पायी हूँ मां के भाव को जब मैं बनी माता।
लगेआश्रम मेंअब ताला किसी की माँ है मुरझाई।।

किसी भी हाल में हो माँ नहीं वो बद्दुआ देती।
न मिलती थाह माँ के प्रेम में सागर सी गहराई।।

झलक पाने जिगर के टुकड़े की मैं कब तलक तरसूँ।
है अब परदेश में बेटा बढ़ी है जबसे मँहगाई।।

✍?ज्योति श्रीवास्तव साईंखेड़ा

2 Likes · 2 Comments · 303 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
अपनी आवाज में गीत गाना तेरा
अपनी आवाज में गीत गाना तेरा
Shweta Soni
मन के भाव
मन के भाव
Surya Barman
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
इस्लामिक देश को छोड़ दिया जाए तो लगभग सभी देश के विश्वविद्या
Rj Anand Prajapati
“जिंदगी की राह ”
“जिंदगी की राह ”
Yogendra Chaturwedi
मोहब्बत
मोहब्बत
अखिलेश 'अखिल'
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
*1977 में दो बार दिल्ली की राजनीतिक यात्राएँ: सुनहरी यादें*
*1977 में दो बार दिल्ली की राजनीतिक यात्राएँ: सुनहरी यादें*
Ravi Prakash
दूसरों के अधिकारों
दूसरों के अधिकारों
Dr.Rashmi Mishra
सामाजिक न्याय के प्रश्न
सामाजिक न्याय के प्रश्न
Shekhar Chandra Mitra
साथ
साथ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
वक्त के शतरंज का प्यादा है आदमी
वक्त के शतरंज का प्यादा है आदमी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शनि देव
शनि देव
Sidhartha Mishra
तलाशता हूँ -
तलाशता हूँ - "प्रणय यात्रा" के निशाँ  
Atul "Krishn"
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
Vishal babu (vishu)
"यात्रा संस्मरण"
Dr. Kishan tandon kranti
शुरुआत
शुरुआत
Er. Sanjay Shrivastava
आज जब वाद सब सुलझने लगे...
आज जब वाद सब सुलझने लगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
3) “प्यार भरा ख़त”
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
मैं तो महज एक नाम हूँ
मैं तो महज एक नाम हूँ
VINOD CHAUHAN
2443.पूर्णिका
2443.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
आजकल गरीबखाने की आदतें अमीर हो गईं हैं
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
मेरा जीवन,मेरी सांसे सारा तोहफा तेरे नाम। मौसम की रंगीन मिज़ाजी,पछुवा पुरवा तेरे नाम। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गुरुर
गुरुर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सोच समझकर कीजिए,
सोच समझकर कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
विषम परिस्थितियों से डरना नहीं,
Trishika S Dhara
Maine jab ijajat di
Maine jab ijajat di
Sakshi Tripathi
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
हमने भी मौहब्बत में इन्तेक़ाम देखें हैं ।
Phool gufran
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Loading...