माँ
माँ हमे हमसें भी ज्यादा प्यार करती है
हमारा भला बुरा हमसे बेहतर समझती है
भले ही वो अनपढ़ क्यो न हों
जो वो और उसका दिल समझ पाता है
वो कोई नही समझ पाता है
वो हनुमान जी तो नही है
की सीना चीर कर दिखाये
और उसमें हमारा फ़ोटो निकल आये
उसका प्यार कभी नजर नही आएगा
बस छोटी छोटी परवाह में महसूस
किया जाएगा
तो आप समझ पाओगे की
माँ जैसी इस दुनियाँ में कोई नही
पर हम नही समझ पाते
क्योकि हर पल वो हमारे पास
उपलब्ध होती है
इसलिए उसे टेकिंग फ़ॉर ग्रांटेड़ लेते है
और जब नही रहती तो
रोते रह जाते है
बस माँ ऐसी ही होती है
गरिमा
मौलिक
अप्रकाशित