Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Nov 2018 · 1 min read

माँ

हे माँ ! तेरे चरणों में नित नत-नत वन्दन है,
मैं तो बस माटी हूँ अम्मा तू चंदन है।

तेरे लहू का हर कण मेरी देह में रचा बसा
उर आँखें आत्मा सब तुझसे ही प्राण रिसा ।

तू तपसी है अम्मा तेरे तप का सार हूँ मैं
तेरे अमृत से जीवित वरना निस्सार हूँ मैं।

तू ही मेरी धरती जीवन – ज्योति प्रदाता तू,
मैंने तो मात्र लिया सर्वश दाता माँ तू।

अस्तित्व मेरा तुझसे है गर्व मुझे इसका
सबकी हो ऐसी माँ सौभाग्य मिले इसका।

पीकर अमृत तेरा पाया मैंने जीवन
जिसे दुग्ध कहे दुनिया पोषित मेरे तन – मन।

माँ से निर्मित चेतन माँ तू ही परमेश्वर
बस देखा मैंने तुझे देखा न कभी ईश्वर।

साक्षात प्रकृति तू ही प्रत्यक्ष ईश तू ही
तेरा आँचल स्वर्ग मेरा सुख -शान्ति सरल तू ही।

किस लोक की वासी है माँ बहुत उदासी है
सद्बुद्धि हमें देना आत्मा अविनाशी है।

कामना यही माँ है जब तक जीवन-जां है
“शुभम” कर्म करूँ सारे देह-प्राण का साझा है।

रचयिता : डॉ. भगवत स्वरूप”शुभम”
सिरसागंज (फ़िरोज़ाबाद)

7 Likes · 33 Comments · 1069 Views
Books from BHAGWAT SWAROOP
View all

You may also like these posts

"मुकाम"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Sudhir srivastava
कुछ बिखरे हुए एहसास
कुछ बिखरे हुए एहसास
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
महा शिवरात्रि
महा शिवरात्रि
Indu Nandal
राममय हुआ हिन्दुस्तान
राममय हुआ हिन्दुस्तान
Parmanand Nishad Priy
हर एक सांस सिर्फ़ तेरी यादें ताज़ा करती है,
हर एक सांस सिर्फ़ तेरी यादें ताज़ा करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
अर्धांगनी
अर्धांगनी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
कितना हराएगी ये जिंदगी मुझे।
Rj Anand Prajapati
मैं
मैं "लूनी" नही जो "रवि" का ताप न सह पाऊं
ruby kumari
आखिरी ख्वाहिश
आखिरी ख्वाहिश
Surinder blackpen
उसने आंखों में
उसने आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
*रिपोर्ताज*
*रिपोर्ताज*
*प्रणय*
जन्मदिन शुभकामना
जन्मदिन शुभकामना
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
4052.💐 *पूर्णिका* 💐
4052.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*प्रेम*
*प्रेम*
Priyank Upadhyay
All the Online Urdu courses available | Rekhta-Learning
All the Online Urdu courses available | Rekhta-Learning
Urdu Course
उपलब्धियां
उपलब्धियां
ललकार भारद्वाज
श्रम
श्रम
Kanchan verma
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कितनी हीं बार
कितनी हीं बार
Shweta Soni
"न टूटो न रुठो"
Yogendra Chaturwedi
2) “काग़ज़ की कश्ती”
2) “काग़ज़ की कश्ती”
Sapna Arora
सैलाब .....
सैलाब .....
sushil sarna
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
ज़िन्दगी एक उड़ान है ।
Phool gufran
झोटा नही हैं उनका दीदार क्या करें
झोटा नही हैं उनका दीदार क्या करें
RAMESH SHARMA
ऐसे साथ की जरूरत
ऐसे साथ की जरूरत
Vandna Thakur
प्रेम को स्मृतियां
प्रेम को स्मृतियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दिलकश नज़ारा
दिलकश नज़ारा
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
कोई गज़ल गा दीजिए
कोई गज़ल गा दीजिए
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
Loading...