माँ ही
पाव जब माँ के छुकर जाएगा
खुश रहे जिस डगर जाएगा
शौहरत क्या है ये आती जाती
रिश्ते जब निंभेगे घर जाएगा
जिदंगी दौड ये जब तक सांसे
खत्म होगी गर मर जाएगा
मुहोबत हो ही यकीनन जाऐगी
नजरो मे नजर मिला कर जाएगा
जब दुनिया को मैंने जाना है
माँ ही सबसे बड़ा खजाना है