माँ से प्यारी होती नानी
माँ से प्यारी होती नानी,
सुनाती हैं किस्से कहानी,
कितना सुकून मिलता,
जब उनके पास आता,
भूल जाता अपने सारे काम,
लगता जैसे आया तीर्थ धाम,
जब उनके पास मैं बैठता,
अंतर्मन मेरा खिल उठता,
माँ की डांट से बचाती,
प्यार से हमको लुभाती,
बचपन का वो हर पल,
देख उन्हें लगता कल,
ममता की जो छाँव मिली,
कभी न जाए हमसे भूली,
कितने बड़े हम हो जाए,
प्रेम न उनका कम हो पाए,
जग में जग को चलना सिखाया,
गिरने पर फिर से उठना बताया,
माँ से प्यारी होती नानी,
सुनाती हैं किस्से कहानी,
।।जेपीएल।।