Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2017 · 1 min read

माँ से कहाँ तक : कविता की पहुँच

सहलाया था पहली बार ,अम्मा ने मुझे कविता से;
जब-जब रोया, बहलाया था उसने मुझे कविता से ।

दादी नानी ने लोरी बनाई, बनाई एक कविता से,
राष्ट्रगान बन आजादी आई, आई एक कविता से।

गांधी से अन्ना तक , क्रांति जगाई एक कविता से,
बाबा तुलसी ने रामायण लिख दी, लिखी एक कविता से ।

होली सीमा पर रोज मानते, मनाते एक कविता से,
गोली खाते फौजी भाई, रोज एक कविता से ।

वैसी ही मैंने कोशिश कर ली, करी एक कविता से,
शेयर बटन ऐसे दबा दो, लगे शेयर कविता से ।

राजीव शर्मा ‘मथुरा’

कवि सम्मलेन में आमंत्रित करने के लिये आप राजीव शर्मा की टीम से 8650640214 पर संपर्क कर सकते हैं ।

Language: Hindi
1 Comment · 511 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गमों के साये
गमों के साये
Swami Ganganiya
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
बंदरा (बुंदेली बाल कविता)
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
यादों को दिल से मिटाने लगा है वो आजकल
कृष्णकांत गुर्जर
"सचमुच"
Dr. Kishan tandon kranti
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
क्या मिला है मुझको, अहम जो मैंने किया
gurudeenverma198
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की   कोशिश मत करना
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की कोशिश मत करना
Anand.sharma
सुकर्म से ...
सुकर्म से ...
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
" गुरु का पर, सम्मान वही है ! "
Saransh Singh 'Priyam'
चक्करवर्ती तूफ़ान को लेकर
चक्करवर्ती तूफ़ान को लेकर
*Author प्रणय प्रभात*
If life is a dice,
If life is a dice,
DrChandan Medatwal
♥️पिता♥️
♥️पिता♥️
Vandna thakur
आयी थी खुशियाँ, जिस दरवाजे से होकर, हाँ बैठी हूँ उसी दहलीज़ पर, रुसवा अपनों से मैं होकर।
आयी थी खुशियाँ, जिस दरवाजे से होकर, हाँ बैठी हूँ उसी दहलीज़ पर, रुसवा अपनों से मैं होकर।
Manisha Manjari
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
DESH RAJ
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
कर क्षमा सब भूल मैं छूता चरण
Basant Bhagawan Roy
हकीकत  पर  तो  इख्तियार  है
हकीकत पर तो इख्तियार है
shabina. Naaz
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
एक पते की बात
एक पते की बात
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जीवन में
जीवन में
ओंकार मिश्र
आईने में ...
आईने में ...
Manju Singh
संत साईं बाबा
संत साईं बाबा
Pravesh Shinde
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
मुक्तक- जर-जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
लड़ते रहो
लड़ते रहो
Vivek Pandey
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
*चुनाव में महिला सीट का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
*चुनाव में महिला सीट का चक्कर (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
बोगेनविलिया
बोगेनविलिया
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
क्रेडिट कार्ड
क्रेडिट कार्ड
Sandeep Pande
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
आ जा उज्ज्वल जीवन-प्रभात।
Anil Mishra Prahari
ऐसे न देख पगली प्यार हो जायेगा ..
ऐसे न देख पगली प्यार हो जायेगा ..
Yash mehra
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
Loading...