माँ सब कुछ कर सकती है
माँ….
समस्याओं से जूझ सकती है
तकलीफों से लड़ सकती है
नाकों चने चबवा सकती है
भूख को….।
माँ……
फाड़ सकती है धरती का सीना
आसमान में सुराख कर सकती है
ज़ोर से लात मार सकती है
दुनिया को…..।
माँ…….
बहा सकती है दूध की धार
पिचके सूखे स्तनों से।
कर सकती है चोरी राशन की
दुकान से…….।
माँ….
कर सकती है वह सब कुछ
जो असम्भव सा दीखता है
लड़ सकती है अपने बच्चे के लिए
ईश्वर से…..।
***धीरजा शर्मा***