माँ महागौरी
पूजन अष्टम रूप की, दिवस अष्टमी खास ।
माँ गौरी मन मोहिनी, है अटूट विश्वास।।
है अटूट विश्वास, चरण माँ शीश नवाते ।
पावन यह नवरात , गीत मंगल हम गाते।।
चूनर माँ की लाल, गौरता झलके नूतन ।
‘वंदन’ हो स्वीकार,सफल कर दो माँ पूजन ।।
वन्दना नामदेव