Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2020 · 1 min read

माँ ब्रह्मचारिणी

?विधा—- सरसी छंद आधारित गीत
?विषय— ब्रह्मचारिणी (द्वितीय स्वरूप)
_______________________________________________
?रचना—-

तप आचरण की प्रतिमूर्ति है, ब्रह्मचारिणी नाम।
हाथ कमण्डलु माला रखतीं, तप ही इनका काम।।

उर में धार महेश्वर को माँ , किया कठिन उपवास।
अगम तपस्या के कारण ही , शिव हिय इनका वास।।
अन्तर्मन से जो भी ध्यावे, रहे नहीं गुमनाम।
हाथ कमण्डलु माला रखतीं, तप ही इनका काम।।

ज्योतिर्मय अत्यंत भव्य है, माता का यह रूप।
त्याग तपस्या वैरागी मन, सब इनके अनुरूप।।
मनोकामना पूरण करती, पूजन सुबहो शाम।
हाथ कमण्डलु माला रखतीं, तप ही इनका काम।।

तपश्चारिणी ब्रह्मचारिणी, देती सबको ज्ञान।
महामुनि अरु सिद्ध पुरूष भी, धरते इनका ध्यान।।
उथल – पुथल जिस हिय मे उठता, पाता मन विश्राम।
हाथ कमण्डलु माला रखती, तप ही इनका काम।।
=====================================
#घोषणा
मैं [पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’] यह घोषणा करता हूँ कि मेरे द्वारा प्रेषित रचना मौलिक एवं स्वरचित है।
[पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’]
स्थान: मुसहरवा (मंशानगर), पश्चिमी चम्पारण, बिहार

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 206 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Annu Gurjar
कौन ?
कौन ?
साहिल
गुज़रा है वक्त लेकिन
गुज़रा है वक्त लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
Surinder blackpen
गैरों सी लगती है दुनिया
गैरों सी लगती है दुनिया
देवराज यादव
ఇదే నా భారత దేశం.
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
आधी बीती जून, मिले गर्मी से राहत( कुंडलिया)
आधी बीती जून, मिले गर्मी से राहत( कुंडलिया)
Ravi Prakash
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
बधाई का गणित / मुसाफ़िर बैठा
बधाई का गणित / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
प्यार भरा इतवार
प्यार भरा इतवार
Manju Singh
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
मां का आंचल(Happy mothers day)👨‍👩‍👧‍👧
मां का आंचल(Happy mothers day)👨‍👩‍👧‍👧
Ms.Ankit Halke jha
माँ की छाया
माँ की छाया
Arti Bhadauria
बोलती आँखे....
बोलती आँखे....
Santosh Soni
चाय और सिगरेट
चाय और सिगरेट
आकाश महेशपुरी
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
*┄┅════❁ 卐ॐ卐 ❁════┅┄​*
Satyaveer vaishnav
तुम्हारे प्रश्नों के कई
तुम्हारे प्रश्नों के कई
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"What comes easy won't last,
पूर्वार्थ
*चाल*
*चाल*
Harminder Kaur
फितरत जग में एक आईना🔥🌿🙏
फितरत जग में एक आईना🔥🌿🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
3308.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3308.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
"तुर्रम खान"
Dr. Kishan tandon kranti
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
रहे_ ना _रहे _हम सलामत रहे वो,
कृष्णकांत गुर्जर
विरहन
विरहन
umesh mehra
एक अजब सा सन्नाटा है
एक अजब सा सन्नाटा है
लक्ष्मी सिंह
बचपन में थे सवा शेर
बचपन में थे सवा शेर
VINOD CHAUHAN
बंदूक की गोली से,
बंदूक की गोली से,
नेताम आर सी
■ शुभागमन गणराज 💐
■ शुभागमन गणराज 💐
*Author प्रणय प्रभात*
लक्ष्मी-पूजन
लक्ष्मी-पूजन
कवि रमेशराज
गम्भीर हवाओं का रुख है
गम्भीर हवाओं का रुख है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...