माँ बहुत याद आती
हर पल हाेता है अहसास,
रहती हाे सदा मेरे पास,
याद तुम्हारी बहुत आती है माँ,
अकेले मे बैठकर बहा लेता हूँ आंसू माँ,
दिल में है एक चुभन, किससे कहूँ,
बचपन के वाे चुंबन,
याद आती वाे अनबन,
रूठकर यूँ भाग जाना,
आपका क्षणभर में मनाना,
खुद भूखे रहकर हमे खिलाना,
मेहनत कर खिलाैने दिलाना ,
आज भी बैठे है रूठकर, मनाऐगा काैन,
माँ, याद आती है ममता की छाँव,
वाे गलियारे धूल से सने पांव,
मिट्टी की नही मिलती खुशबू वाे ,
ताराे से भरा खुला आसमान वाे,
माँ बहुत याद आती है …….
बहुत रुलाती है तेरी याद ,
तरसता हूँ ,करूँ किससे फरियाद,
सपने मे आकर ही दे दाे आशीष, माँ
।।।।जेपीएल।।।।