Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2017 · 1 min read

माँ तेरे दर पर आई हूँ।

जय माँ वैष्णो देवी
जय माता दी
जय माँ शेरावाली
?????
माँ तेरे दर पर आई हूँ
हाथ जोड़े मैया ,
श्रद्धा का पुष्प मैं लाई हूँ

क्या माँगूं माँ मैं तुझ से
बहुत कुछ कमी हैं मुझ में,
क्या छुपा है तुझ से
सब जानती है ,मैया
जो कुछ भी है मेरे मन में
तेरे चरण में मैया
सर को झुकाने आई हूँ

माँ तेरे दर पर आई हूँ
हाथ जोड़े मैया,
श्रद्धा का पुष्प मैं लाई हूँ

एक तेरा सहारा माँ
एक तेरा भरोसा माँ
जो मझधार मेरी नैया
माँ तू ही है खेवैया
अपने जीवन की नैया
तेरे हवाले करने आई हूँ

माँ तेरे दर पर आई हूँ
हाथ जोड़े मैया ,
श्रद्धा का पुष्प मैं लाई हूँ
?????—लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
1 Like · 604 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी को
नवरात्रि का छठा दिन मां दुर्गा की छठी शक्ति मां कात्यायनी को
Shashi kala vyas
*जातक या संसार मा*
*जातक या संसार मा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बरसात की बूंदे
बरसात की बूंदे
Dr Mukesh 'Aseemit'
बिहार के रूपेश को मिलेगा
बिहार के रूपेश को मिलेगा "विश्व भूषण सम्मान- 2024"
रुपेश कुमार
THE FLY (LIMERICK)
THE FLY (LIMERICK)
SURYA PRAKASH SHARMA
1
1
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यह आशामय दीप
यह आशामय दीप
Saraswati Bajpai
"Cakhia TV - Nền tảng xem bóng đá trực tuyến hàng đầu. Truyề
Social Cakhiatv
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
हम चुप रहे कभी किसी को कुछ नहीं कहा
Dr Archana Gupta
जो दूर हो जाए उसे अज़ीज़ नहीं कहते...
जो दूर हो जाए उसे अज़ीज़ नहीं कहते...
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
लक्ष्य गर समक्ष है तो
लक्ष्य गर समक्ष है तो
अर्चना मुकेश मेहता
कल?
कल?
Neeraj Agarwal
दोहा
दोहा
*प्रणय*
दौलत नहीं, शोहरत नहीं
दौलत नहीं, शोहरत नहीं
Ranjeet kumar patre
वादा निभाना
वादा निभाना
surenderpal vaidya
शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो
शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो
©️ दामिनी नारायण सिंह
संत कबीर
संत कबीर
Indu Singh
जिंदगी वही जिया है जीता है,जिसको जिद्द है ,जिसमे जिंदादिली ह
जिंदगी वही जिया है जीता है,जिसको जिद्द है ,जिसमे जिंदादिली ह
पूर्वार्थ
वक़्त
वक़्त
विजय कुमार अग्रवाल
मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं।
मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
न्याय तो वो होता
न्याय तो वो होता
Mahender Singh
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
मंदिर में जाना जरुरी नहीं।
Diwakar Mahto
यूँ तो हमें
यूँ तो हमें
हिमांशु Kulshrestha
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
ज़िंदगी का फ़लसफ़ा
Dr. Rajeev Jain
"खूबसूरती"
Dr. Kishan tandon kranti
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
manjula chauhan
सरोवर की और बहती नदियों पर कभी भी विश्वास कर नहीं उतरना चाहि
सरोवर की और बहती नदियों पर कभी भी विश्वास कर नहीं उतरना चाहि
Jitendra kumar
3418⚘ *पूर्णिका* ⚘
3418⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मैं हूँ कि मैं मैं नहीं हूँ
मैं हूँ कि मैं मैं नहीं हूँ
VINOD CHAUHAN
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
हाथ में फूल गुलाबों के हीं सच्चे लगते हैं
Shweta Soni
Loading...