महिला दिवस पर विशेष।
आज हम महिला दिवस मना रहे हैं।कवि ने कविता लिख कर मनाया। किसी ने कहानी लिख कर मनाया। सबने अपने अपने तरीके से मनाया। लेकिन सत्य क्या है यह किसी को नही पता।आज भी भारत के अन्दर की स्थति बहुत भयानक है। महिलाओं को सम्मान केवल उन्हीं महिलाओं को मिलता है। जिनकी किसी न किसी बड़े नेता या आफीसर तक पहुंच होती है।आज तक किसी महिला मजदूरों का सम्मान नही हुआ है। क्योंकि वह पत्थर गारे का काम करती है। ऐसे मजदूरों का सम्मान नही किया जाता है। महिला दिवस पर एक बार तो उन्हें सम्मान किया जाना चाहिए था।उनको भी बहुत अच्छा महसूस होता। महिला मजदूरों को श्रमिक नीति के अनुसार आज तक वेतन नही मिला होगा। महिला मजदूरों के लिए एक विशेष कानून बनाकर उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए। आज शायद महिला मजदूरों का आंकड़ा किसी के पास नही होगा कि हमारे देश में कितने महिला मजदूर है।आज तक देश में महिला मजदूर संघ नही होगा।हम केवल झूठी वाहवाही लूटने में लगे रहते हैं।