महाराजा सूरजमल बलिदान दिवस
वीर जाट के सपूत अद्वितीय, सूरज सा दमकता नाम,
महाराजा सूरजमल की गाथा, करती है भारत का अभिमान।
सिंहासन पर बैठे जब, न्याय के दीप जलाए,
गरीबों के सच्चे हितैषी, हर दिल में जगह बनाए।
रणभूमि के अमर योद्धा, साहस की अनोखी मिसाल,
मुगलों को भी दी चुनौती, तोड़ी अधर्म की हर दीवार।
भरतपुर का वो किला सुदृढ़, जिसकी गाथा गाए संसार,
दुश्मनों के छक्के छुड़ाकर, रचा इतिहास महान।
धर्म और स्वाभिमान की रक्षा, जिनके जीवन का था ध्येय,
हर कण में उनकी वीरता, हर दिल में उनकी जय।
बलिदान दिवस पर उनके, झुकता है हर शीश,
ऐसे महापुरुष को प्रणाम, जिनसे ये धरती विशेष।
हे सूरजमल! तुम्हारी गाथा, अमर रहे हर युग में,
तुम्हारे जैसा नायक नहीं, इस धरा के सुख में।
तुम्हारे बलिदान की ज्वाला, हमें सिखाए मार्ग सत्य का,
तुम्हारे चरणों में नमन हमारा, ओ वीर, महान व्यक्तित्व का।
अनोप भाम्बु
जोधपुर