Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Mar 2022 · 1 min read

महायुद्ध का आंखो देखा हाल

दिख रहे ऐसे अब आसार,
विश्व युद्ध होना निश्चित है।
होगा क्या अब भविष्य में,
सारा संसार अब चिंतित है।।

हुआ नही अभी कुछ भी बुरा,
इससे बुरा होना अभी बाकी है।
अभी तो फिल्म का ट्रेलर देखा है,
पूरी फिल्म अभी देखना बाकी है।

हर पल मिसाइलें गिरती है,
ऊंची इमारतें खंडर होती है।
मानव ले रहा है अंतिम सांसे,
मानवता अब रोती फिरती है।।

हो रही हर ओर मौत की वर्षा,
अब तो प्रलय होने वाली है।
महादेव ने त्रिनेत्र खोल दिया है,
अब तो सृष्टि खत्म होने वाली है।।

हो रहे है सारे शहर सुनसान,
शहरों की सड़के सब सूनी है।
लगा है चारो ओर लाशों का ढेर,
अब नर ही नरभक्षी खूनी है।।

हर हाथ रक्त से रंजित है,
जग में हो रहा हाहाकार है।
दैत्य हुआ है अब सिरफिरा,
हर हाथ में अब तलवार है।।

ले रहा है मानव अब अंतिम सांसे,
न सुलह संधि के कोई आसार हैं।
रसिया यूक्रेन दोनों ही अड़े हुए हैं,
झुकने को कोई न अब तैयार है।।

रस्तोगी क्या सुनाए युद्ध का हाल,
देखकर वह भी अब बेहाल है।
लिख रहा है वह जो कुछ भी,
आंखो देखा महायुद्ध का हाल है।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 343 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
गुरु श्रेष्ठ
गुरु श्रेष्ठ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि।
कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि।
Sanjay ' शून्य'
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
ਹਾਸਿਆਂ ਵਿਚ ਲੁਕੇ ਦਰਦ
Surinder blackpen
रंगों का महापर्व होली
रंगों का महापर्व होली
इंजी. संजय श्रीवास्तव
तुम हमेशा से  मेरा आईना हो॥
तुम हमेशा से मेरा आईना हो॥
कुमार
Hard work is most important in your dream way
Hard work is most important in your dream way
Neeleshkumar Gupt
मैं........ लिखता हूँ..!!
मैं........ लिखता हूँ..!!
Ravi Betulwala
21-हिंदी दोहा दिवस , विषय-  उँगली   / अँगुली
21-हिंदी दोहा दिवस , विषय- उँगली / अँगुली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
Manoj Mahato
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30  न
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 30 न
Shashi kala vyas
मेरी चाहत रही..
मेरी चाहत रही..
हिमांशु Kulshrestha
दिल की बात बताऊँ कैसे
दिल की बात बताऊँ कैसे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बालगीत - सर्दी आई
बालगीत - सर्दी आई
Kanchan Khanna
इश्क़ कमा कर लाए थे...💐
इश्क़ कमा कर लाए थे...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
नवल प्रभात में धवल जीत का उज्ज्वल दीप वो जला गया।
Neelam Sharma
ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए
ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए
अनिल कुमार
आग और पानी 🙏
आग और पानी 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
3580.💐 *पूर्णिका* 💐
3580.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
Dr. Kishan tandon kranti
पूरी कर  दी  आस  है, मोदी  की  सरकार
पूरी कर दी आस है, मोदी की सरकार
Anil Mishra Prahari
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
बीती यादें भी बहारों जैसी लगी,
manjula chauhan
- मर चुकी इंसानियत -
- मर चुकी इंसानियत -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
हर रोज़ मेरे ख़्यालों में एक तू ही तू है,
हर रोज़ मेरे ख़्यालों में एक तू ही तू है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कमल खिल चुका है ,
कमल खिल चुका है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
चुरा लेना खुबसूरत लम्हें उम्र से,
चुरा लेना खुबसूरत लम्हें उम्र से,
Ranjeet kumar patre
एक कथित रंग के चादर में लिपटे लोकतंत्र से जीवंत समाज की कल्प
एक कथित रंग के चादर में लिपटे लोकतंत्र से जीवंत समाज की कल्प
Anil Kumar
पक्की छत
पक्की छत
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
Loading...