महायुद्ध का आंखो देखा हाल
दिख रहे ऐसे अब आसार,
विश्व युद्ध होना निश्चित है।
होगा क्या अब भविष्य में,
सारा संसार अब चिंतित है।।
हुआ नही अभी कुछ भी बुरा,
इससे बुरा होना अभी बाकी है।
अभी तो फिल्म का ट्रेलर देखा है,
पूरी फिल्म अभी देखना बाकी है।
हर पल मिसाइलें गिरती है,
ऊंची इमारतें खंडर होती है।
मानव ले रहा है अंतिम सांसे,
मानवता अब रोती फिरती है।।
हो रही हर ओर मौत की वर्षा,
अब तो प्रलय होने वाली है।
महादेव ने त्रिनेत्र खोल दिया है,
अब तो सृष्टि खत्म होने वाली है।।
हो रहे है सारे शहर सुनसान,
शहरों की सड़के सब सूनी है।
लगा है चारो ओर लाशों का ढेर,
अब नर ही नरभक्षी खूनी है।।
हर हाथ रक्त से रंजित है,
जग में हो रहा हाहाकार है।
दैत्य हुआ है अब सिरफिरा,
हर हाथ में अब तलवार है।।
ले रहा है मानव अब अंतिम सांसे,
न सुलह संधि के कोई आसार हैं।
रसिया यूक्रेन दोनों ही अड़े हुए हैं,
झुकने को कोई न अब तैयार है।।
रस्तोगी क्या सुनाए युद्ध का हाल,
देखकर वह भी अब बेहाल है।
लिख रहा है वह जो कुछ भी,
आंखो देखा महायुद्ध का हाल है।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम