*महामूरख की टोपी( हास्य कुंडलिया)*
महामूरख की टोपी( हास्य कुंडलिया)
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टोपी किसके सिर सजे, लिखा मूर्खअधिराज
देखें अब सम्मान यह, मिलता किसको आज
मिलता किसको आज , सभी ने कथा सुनाई
बोले हम हैं मूर्ख , अक्ल कम हमने पाई
कहते रवि कविराय , एक के सिर पर थोपी
वह बोला सद्भाग्य , महामूरख की टोपी
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रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451