Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Sep 2022 · 1 min read

महामारी covid पर

ऐसी हवा चली के ज़माने को हिलादिया..

एक एक को फिर से खुदा याद आ गया….

उठ गए हाथ दुआओ के लिए खुद बा खुद…

सजदे मे सब में अपने सर को झुका दिया…shabinaZ

Language: Hindi
139 Views
Books from shabina. Naaz
View all

You may also like these posts

जीवन में
जीवन में
Dr fauzia Naseem shad
बहुत प्यार करती है वो सबसे
बहुत प्यार करती है वो सबसे
Surinder blackpen
मेरे स्वप्न में आकर खिलखिलाया न करो
मेरे स्वप्न में आकर खिलखिलाया न करो
Akash Agam
हरियाली तीज
हरियाली तीज
VINOD CHAUHAN
फागुनी धूप, बसंती झोंके
फागुनी धूप, बसंती झोंके
Shweta Soni
प्रेम के खातिर न जाने कितने ही टाइपिंग सीख गए,
प्रेम के खातिर न जाने कितने ही टाइपिंग सीख गए,
Anamika Tiwari 'annpurna '
भक्ति गीत
भक्ति गीत
Arghyadeep Chakraborty
आज का रावण
आज का रावण
Sanjay ' शून्य'
बस! नामी रिश्ता दोस्ती का
बस! नामी रिश्ता दोस्ती का
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बेटी
बेटी
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
शादीशुदा🤵👇
शादीशुदा🤵👇
डॉ० रोहित कौशिक
मेरी आँखो से...
मेरी आँखो से...
Santosh Soni
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बादशाह
बादशाह
Rj Anand Prajapati
#आज_का_मुक्तक
#आज_का_मुक्तक
*प्रणय*
*होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते (राधेश्यामी छं
*होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
एक उम्र बहानों में गुजरी,
एक उम्र बहानों में गुजरी,
पूर्वार्थ
चले बिना पाँव झूठ कितना,ये बात हम सबको ही पता है
चले बिना पाँव झूठ कितना,ये बात हम सबको ही पता है
Dr Archana Gupta
"अपना"
Yogendra Chaturwedi
लिखने मात्र से 'इंडिया' नहीं बन सकता 'भारत' कहने से नहीं, अपनाने से होगी हिंदी की सार्थकता
लिखने मात्र से 'इंडिया' नहीं बन सकता 'भारत' कहने से नहीं, अपनाने से होगी हिंदी की सार्थकता
सुशील कुमार 'नवीन'
पीड़ा का अनुमान
पीड़ा का अनुमान
RAMESH SHARMA
जंग अपनी आंखों से ओझल होते देखा है,
जंग अपनी आंखों से ओझल होते देखा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ध्रुव तारा
ध्रुव तारा
Bodhisatva kastooriya
मेंहदीं
मेंहदीं
Kumud Srivastava
तालाब समंदर हो रहा है....
तालाब समंदर हो रहा है....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ब्रह्मचारिणी
ब्रह्मचारिणी
surenderpal vaidya
मेरी माटी मेरा भारत
मेरी माटी मेरा भारत
Sudhir srivastava
3107.*पूर्णिका*
3107.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
झाँका जो इंसान में,
झाँका जो इंसान में,
sushil sarna
"इस्तिफ़सार" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...