Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2020 · 1 min read

महादेवी वर्मा

हिन्दी साहित्य जगत की महान लेखिका
बालपन से ही कविता की रही प्रेमिका
आधुनिक युग की मीरा कहलाई
आपकी हर रचना मन को भाई

साहित्य जगत का चमकता हुआ सितारा
रचनाओं में पात्रों को जीवंत उभारा
भाषा रही खड़ी बोली ब्रज भाषा
साहित्य अकादमी की रही सदस्या

विविध रचनाओं में पुरस्कार प्राप्त
छायावादी काव्य धारा का मान
आत्मीयता स्नेह सुधा भरी हर कविता
है महान लेखिका महादेवी वर्मा

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 556 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Neha
View all
You may also like:
गले से लगा ले मुझे प्यार से
गले से लगा ले मुझे प्यार से
Basant Bhagawan Roy
जय श्री कृष्णा राधे राधे
जय श्री कृष्णा राधे राधे
Shashi kala vyas
चाहती हूं मैं
चाहती हूं मैं
Divya Mishra
बेटियां
बेटियां
Mukesh Kumar Sonkar
"संवाद"
Dr. Kishan tandon kranti
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
Paras Nath Jha
सोच की अय्याशीया
सोच की अय्याशीया
Sandeep Pande
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
gurudeenverma198
Life through the window during lockdown
Life through the window during lockdown
ASHISH KUMAR SINGH
प्रणय गीत
प्रणय गीत
Neelam Sharma
विचारों में मतभेद
विचारों में मतभेद
Dr fauzia Naseem shad
बुध्द गीत
बुध्द गीत
Buddha Prakash
मतदान करो और देश गढ़ों!
मतदान करो और देश गढ़ों!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
मेरा सुकून....
मेरा सुकून....
Srishty Bansal
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Mamta Rani
वन  मोर  नचे  घन  शोर  करे, जब  चातक दादुर  गीत सुनावत।
वन मोर नचे घन शोर करे, जब चातक दादुर गीत सुनावत।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
दिल धड़क उठा
दिल धड़क उठा
Surinder blackpen
* सुखम् दुखम *
* सुखम् दुखम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सर्दी का उल्लास
सर्दी का उल्लास
Harish Chandra Pande
जे सतावेला अपना माई-बाप के
जे सतावेला अपना माई-बाप के
Shekhar Chandra Mitra
पतझड़
पतझड़
ओसमणी साहू 'ओश'
3133.*पूर्णिका*
3133.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
■ हास्यमय समूह गीत
■ हास्यमय समूह गीत
*Author प्रणय प्रभात*
आंधी
आंधी
Aman Sinha
मनमोहिनी प्रकृति, क़ी गोद मे ज़ा ब़सा हैं।
मनमोहिनी प्रकृति, क़ी गोद मे ज़ा ब़सा हैं।
कार्तिक नितिन शर्मा
शिछा-दोष
शिछा-दोष
Bodhisatva kastooriya
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
*सुवासित हैं दिशाऍं सब, सुखद आभास आया है(मुक्तक)*
Ravi Prakash
बूँद-बूँद से बनता सागर,
बूँद-बूँद से बनता सागर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कर रही हूँ इंतज़ार
कर रही हूँ इंतज़ार
Rashmi Ranjan
Loading...