महात्मा फुले
महात्मा ज्योतिबाराव फुले
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सिखायी मर्म हम सबको,
सदा जीवन परीक्षा में।
मिले सबको बराबर ज्ञान,
नहीं दुख हो प्रतीक्षा में।
ज्योतिबा जी परम फुले,
अमर है कर्म से अपने।
मिला जिनके परिश्रम से,
हमें अधिकार शिक्षा में।
जमाना था भले बैरी,
मगर तिल भर न डोले थे।
मिले शिक्षा सभी जन को,
यही फुले जी बोले थे।
पुराने काल में शिक्षा,
जहाँ सबको न मिलता था।
वहीं पर ज्योतिबा शिक्षा के,
सारे द्वार खोले थे।
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डिजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”