महागौरी
आठवाँ स्वरुप महागौरी तुम्हारा
रूप अत्यधिक गौर वर्ण तुम्हारी
भक्तों पर कृपा बरसाती हो माँ
बिगड़े कारज भी तुम बनाती माँ
दाम्पत्य में प्रेम वर्धन करती है माँ
मन भूमि को पावन करती है माँ
श्रद्धा पूर्वक करे माँ की भक्ति जो
मनोनुकूल वांछित वर पाता है वो