*महाकाल चालीसा*
महाकाल चालीसा
जय महाकालेश्वराय नमः
धरती ,आकाश ,पताल सुरक्षित कर:
जगत पूजिता त्रिशूलधारी ,
डमरू धारी ,
तांडव कारी ।
नीलकंठ ।सिर पर चंद्र बिराजे ।।
गले में सर्प धारी ।
पहने बघछाली ।।
संकट आवे,
शिव शंकर पुकारे ।
विश्व रचिता ।
ते हू नाम गुनावे ।।
प्रलय आवे ।
त्रिनेत्र दिखावे ।।
इंद्रलोक तो यूं ही साजे ।
तू तो कैलाश पर्वत पर विराजे ।।
महादेव नाम गुनावे ।
लोगों के मनोकामना पूर्ण करावे।।