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11 Sep 2022 · 1 min read

महबूबा से

आख़िर किसने कहा कि-तुम मेरे हम बिस्तर बनो!
नासूर हो चुके-मेरे ज़ख्मों के लिए-तुम नश्तर बनो!!
इंकलाबी तेवर के लिए-जब दी जाए सूली मुझे तो!
तमाशबीन भीड़ में एक-तुम मेरे हमसफ़र बनो!!
Shekhar Chandra Mitra
#औरत #स्त्री #प्रेमिका #महबूबा #इंकलाबी #क्रांतिकारी #जनवादी #बागी #कवि #गीतकार #विद्रोही #woman #Romantic #rebel

Language: Hindi
143 Views
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