जरूरी तो नहीं
जो जानता है ये ज़रूरी
नहीं वो ज्ञानी हो
जो बहता है ये ज़रूरी
नहीं वो पानी हो
खाली घड़ा तो आवाज़
करता है बहुत
आवाज़ कम करता है वो
जब उसमें पानी हो।।
जो मानता है ये जरूरी
नहीं उसमें आस्था हो
जिससे गुज़रा कोई ज़रूरी
नहीं वही सही रास्ता हो
साथ चलेंगे तो मंजिल मिलेगी
एक रोज़ है ये यकीं
दूर है मंजिल फिर भी ज़रूरी
नहीं मुश्किल रास्ता हो।।
जो हमारे साथ है ये जरूरी
नहीं वो सहारा हो
जो पास है हमारे ये जरूरी
नहीं वो हमारा हो
जीवन की राह में मिलते है
राही अनेक
लेकिन ये ज़रूरी नहीं हर कोई
दोस्त तुम्हारा हो।।
आंसू हो आंखों में ये जरूरी
तो नहीं वो दुखी हो
रहता है महलों में जो ये जरूरी
नहीं वो सुखी हो
मिलती है उनको जीवन की
सभी सुविधाएं भी
लेकिन ये ज़रूरी तो नहीं सभी
फिर भी सुखी हो।।
हंसता रहता है जो ये जरूरी
नहीं वो खुश हो
अपनी हंसी में ना जाने कौनसा
गम छुपा रहा हो
उसकी हंसी से कैसे जान पाएंगे
उसके दिल में क्या है
ना जाने दिल में उसको कौनसा
गम रुला रहा हो।।
जो चुप रहता है ये जरूरी नहीं
दिल में कुछ ना हो
दिल में उसके कुछ भी सवाल
ना उठते हो
टूटे होंगे उसके भी कुछ सपने
जिंदगी में कभी
इस दुनिया में कोई नहीं जिसके
सपने ना कभी टूटते हो।।
बैठा है दोस्तों के संग ये जरूरी
नहीं वो अकेला ना हो
महफिल में बैठा इंसान भी तो
अकेला हो सकता है
खो जाता है अपने आप में वो
खुद को अकेले पाता है
उसके दिल में कुछ है जो भीड़
में भी अकेला रहता है।।
जो पागल है ये ज़रूरी नहीं
वो बीमार ही हो
हो सकता है उसने भी इश्क
में धोखा खाया हो
प्यार में पड़ा होगा किसी हसीना
के वो कभी शायद
दिल लगाने का किसी बेवफा से
उसने ये इनाम पाया हो।।
जो दिल में है ये जरूरी नहीं
आपके नसीब में भी हो
जो देखे है सपने अनेक जरूरी
नहीं वो हकीकत में हो
इसका मतलब ये नहीं की हम
अब सपने ना देखें
तभी पूरा कर पाएंगे हम उनको
जब कोई सपने तो हो।।
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