Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2024 · 1 min read

महफ़िल मे किसी ने नाम लिया वर्ल्ड कप का,

महफ़िल मे किसी ने नाम लिया वर्ल्ड कप का,
हँसता हुआ चेहरा फिर यूं रोने को तैयार था

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

29 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी,
Kailash singh
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
Sarfaraz Ahmed Aasee
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
ईज्जत
ईज्जत
Rituraj shivem verma
Hajipur
Hajipur
Hajipur
3164.*पूर्णिका*
3164.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
If we’re just getting to know each other…call me…don’t text.
If we’re just getting to know each other…call me…don’t text.
पूर्वार्थ
आहत हूॅ
आहत हूॅ
Dinesh Kumar Gangwar
अभिव्यक्ति की सामरिकता - भाग 05 Desert Fellow Rakesh Yadav
अभिव्यक्ति की सामरिकता - भाग 05 Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
Buddha Prakash
हे राम तुम्हारे आने से बन रही अयोध्या राजधानी।
हे राम तुम्हारे आने से बन रही अयोध्या राजधानी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मोमबत्ती की रौशनी की तरह,
मोमबत्ती की रौशनी की तरह,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जितना आपके पास उपस्थित हैं
जितना आपके पास उपस्थित हैं
Aarti sirsat
*जीवन को मात है (घनाक्षरी)*
*जीवन को मात है (घनाक्षरी)*
Ravi Prakash
अनजान राहें अनजान पथिक
अनजान राहें अनजान पथिक
SATPAL CHAUHAN
बिन माली बाग नहीं खिलता
बिन माली बाग नहीं खिलता
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
سیکھ لو
سیکھ لو
Ahtesham Ahmad
गज़ल सी कविता
गज़ल सी कविता
Kanchan Khanna
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
अपनी गलती से कुछ नहीं सीखना
Paras Nath Jha
लड़को की योग्यता पर सवाल क्यो
लड़को की योग्यता पर सवाल क्यो
भरत कुमार सोलंकी
#एहतियातन...
#एहतियातन...
*प्रणय प्रभात*
गले लोकतंत्र के नंगे / मुसाफ़िर बैठा
गले लोकतंत्र के नंगे / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
Avinash
Avinash
Vipin Singh
सुबह की चाय हम सभी पीते हैं
सुबह की चाय हम सभी पीते हैं
Neeraj Agarwal
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तबीयत मचल गई
तबीयत मचल गई
Surinder blackpen
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
Mangilal 713
"बेहतर यही"
Dr. Kishan tandon kranti
माँ लक्ष्मी
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
Loading...