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2 Jun 2020 · 1 min read

महज सांसों का चलना रह गया है

महज सांसों का चलना रह गया है,
बिछड़ करके भी मुझमें रह गया है

मैं खुद बाकी नहीं मुझमें जरा भी,
बस इतना सा रिश्ता रह गया है।

©अनुराग “अंजान”

Language: Hindi
4 Likes · 420 Views
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