Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2021 · 1 min read

मर्यादा

तुम्हें कुछ मर्यादा नाम की चीज़ सिखाई नही है तुम्हारे माँ – बाप ने ऐसे पति का नाम लेकर बुलाते हैं भला….नई नवेली बहु को तल्खी भरी आवाज़ में सुधा ने समझाया… मैं क्या कह कर पुकारूँ मम्मी दिव्यांश को पिछले पंद्रह सालों से तो इसी नाम से बुलाती हूँ अगर दोस्त पति बन जाये तो उसका नाम लेना अमर्यादित हो जाता है क्या ? मैं ये सब नही जानती बस तुम्हारा नाम लेकर पुकारना मुझे पसंद नही । ये ऊँची आवाज में क्या बोल रही हो ? कमरे में से पापा की आवाज़ आई…कुछ नही राजू बस नई बहु को मर्यादा सीखा रही हूँ , तभी मम्मी…मम्मी कर जिठानी भी आ गई पीछे – पीछे जेठ जी भी कविता…कविता करते आ गये…क्या है जानू आ रही हूँ मम्मी से कुछ पूछना है मुझे । नई नवेली बहु सास – जिठानी के अपने – अपने पतियों को नाम तो दूर अपनी तरफ से प्यार से दिये नाम को बुलाते सुन उनकी मर्यादा और अपनी अमर्यादा के फर्क को बड़ी गंभीरता से ढ़ूंढने में लगी थी ।

स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 16/01/2020 )

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 374 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Singh Devaa
View all
You may also like:
चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान
चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान
नूरफातिमा खातून नूरी
सिंदूरी भावों के दीप
सिंदूरी भावों के दीप
Rashmi Sanjay
सपना
सपना
ओनिका सेतिया 'अनु '
राम का आधुनिक वनवास
राम का आधुनिक वनवास
Harinarayan Tanha
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
मजदूर
मजदूर
Dinesh Kumar Gangwar
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
सफर में हमसफ़र
सफर में हमसफ़र
Atul "Krishn"
कैसा जुल्म यह नारी पर
कैसा जुल्म यह नारी पर
Dr. Kishan tandon kranti
*अभी तो रास्ता शुरू हुआ है.*
*अभी तो रास्ता शुरू हुआ है.*
Naushaba Suriya
बुंदेली दोहा
बुंदेली दोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
लोट के ना आएंगे हम
लोट के ना आएंगे हम
VINOD CHAUHAN
3490.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3490.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
तेरे पास आए माँ तेरे पास आए
Basant Bhagawan Roy
अपने मन के भाव में।
अपने मन के भाव में।
Vedha Singh
ସାଧୁ ସଙ୍ଗ
ସାଧୁ ସଙ୍ଗ
Bidyadhar Mantry
*क्रुद्ध हुए अध्यात्म-भूमि के, पर्वत प्रश्न उठाते (हिंदी गजल
*क्रुद्ध हुए अध्यात्म-भूमि के, पर्वत प्रश्न उठाते (हिंदी गजल
Ravi Prakash
हौसला
हौसला
Sanjay ' शून्य'
अगर बदलने का अर्थ
अगर बदलने का अर्थ
Sonam Puneet Dubey
नारी जागरूकता
नारी जागरूकता
Kanchan Khanna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बार बार बोला गया झूठ भी बाद में सच का परिधान पहन कर सच नजर आ
बार बार बोला गया झूठ भी बाद में सच का परिधान पहन कर सच नजर आ
Babli Jha
"प्रेम -मिलन '
DrLakshman Jha Parimal
"मन की संवेदनाएं: जीवन यात्रा का परिदृश्य"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीव-जगत आधार...
जीव-जगत आधार...
डॉ.सीमा अग्रवाल
गाथा बच्चा बच्चा गाता है
गाथा बच्चा बच्चा गाता है
Harminder Kaur
I Can Cut All The Strings Attached
I Can Cut All The Strings Attached
Manisha Manjari
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सुख हो या दुख बस राम को ही याद रखो,
सत्य कुमार प्रेमी
अजीब शौक पाला हैं मैने भी लिखने का..
अजीब शौक पाला हैं मैने भी लिखने का..
शेखर सिंह
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
इक नयी दुनिया दारी तय कर दे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...