मर्यादा जो कोई छोड़े
1.
मर्यादा जो कोई छोड़े
नेक राह से मुंह जो मोड़े
सच्चाई की राह से जो फिरे
उनके लिए न्याय का देवता है तू
2.
सच्चाई की राह सब चलें
आदर्श मिल हम सब गढ़ें
संस्कारों की फहराएं पताका
संस्कृति के सर्व्शत्र्ष्ठ प्रचारक बनें
1.
मर्यादा जो कोई छोड़े
नेक राह से मुंह जो मोड़े
सच्चाई की राह से जो फिरे
उनके लिए न्याय का देवता है तू
2.
सच्चाई की राह सब चलें
आदर्श मिल हम सब गढ़ें
संस्कारों की फहराएं पताका
संस्कृति के सर्व्शत्र्ष्ठ प्रचारक बनें