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14 Feb 2018 · 1 min read

मरघट( 4)

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माया तेरी चेरी है अद्भुत तेरा सामर्थ्य है।

किन्तु एक सीमा है तेरी तू जीव एक मर्त्य है।

वैश्वानर के सर्वस्वाहा हवन हुआ मरघट में,

हर कृति में इति है जीवन है तो मृत्यु अटल सत्य है।

? ? ? ? —लक्ष्मी सिंह ? ☺

Language: Hindi
346 Views
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