मन
जो मन करे वो लिखिए
किसी का मुँह मत देखिए ,
अंदर का बाहर तो निकालिए
सबकी एक एक कर तहें खंगालिए ,
फिर देखिए कैसा मज़ा आयेगा
मन आसमान में उड़ जायेगा ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 22/09/2020 ) )
जो मन करे वो लिखिए
किसी का मुँह मत देखिए ,
अंदर का बाहर तो निकालिए
सबकी एक एक कर तहें खंगालिए ,
फिर देखिए कैसा मज़ा आयेगा
मन आसमान में उड़ जायेगा ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा , 22/09/2020 ) )