मन हो अगर उदास
मन हो अगर उदास
कोई तो हो खास
अनंत हो दुनिया चाहे
बाकी सब बकवास
लाखो हो बुलंदियों
सरल ही हो लिवास
चढता देख दुनिया
हो जाए खिलाफ
खुद पर हो भरोसा
किसी पर क्यों आस
प्रेम का झरना हो
ऐसा-हो-आवास
Kavi Deepak Saral
मन हो अगर उदास
कोई तो हो खास
अनंत हो दुनिया चाहे
बाकी सब बकवास
लाखो हो बुलंदियों
सरल ही हो लिवास
चढता देख दुनिया
हो जाए खिलाफ
खुद पर हो भरोसा
किसी पर क्यों आस
प्रेम का झरना हो
ऐसा-हो-आवास
Kavi Deepak Saral