Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Aug 2016 · 1 min read

मन वृंदावन हो गया मेरा

तुमने हमको ऐसे देखा बस परिवर्तन हो गया मेरा
पतझड़ सावन होगया मेरा,रोदन गायन हो गया मेरा

जब नयन मिले फले पहले-पहले मन मे कुछ-कुछ अनुभूति हुई
जग समझा हमको दीवाना तब हमने जाना प्रीति हुई

मेरी माटी की काया को जब तेरा पारस परस मिला
यह तन चंदन हो गया मेरा और मन दर्पन हो गया मेरा

युग-युग मैं जला विरहानल मे तेरे दर्शन की प्यास लिए
आशाओं की अर्थी ढोता आहत मन टूटी श्वास लिए

मेरे प्राणों के मरुथल मे तुम जब मधुरस घट लेकर उतरे
मन वृंदावन हो गया मेरा यौवन पावन हो गया मेरा

Language: Hindi
1 Like · 716 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इजोत
इजोत
श्रीहर्ष आचार्य
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
दोहा छंद विधान ( दोहा छंद में )
Subhash Singhai
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Annu Gurjar
*घर में तो सोना भरा, मुझ पर गरीबी छा गई (हिंदी गजल)
*घर में तो सोना भरा, मुझ पर गरीबी छा गई (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
2692.*पूर्णिका*
2692.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-407💐
💐प्रेम कौतुक-407💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अस्तित्व की पहचान
अस्तित्व की पहचान
Kanchan Khanna
खत पढ़कर तू अपने वतन का
खत पढ़कर तू अपने वतन का
gurudeenverma198
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
VINOD CHAUHAN
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
हाँ ये सच है कि मैं उससे प्यार करता हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
फितरत आपकी जैसी भी हो
फितरत आपकी जैसी भी हो
Arjun Bhaskar
अबकी बार निपटा दो,
अबकी बार निपटा दो,
शेखर सिंह
विद्यादायिनी माँ
विद्यादायिनी माँ
Mamta Rani
हर बात हर शै
हर बात हर शै
हिमांशु Kulshrestha
एकांत
एकांत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
युवा शक्ति
युवा शक्ति
संजय कुमार संजू
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
विटप बाँटते छाँव है,सूर्य बटोही धूप।
डॉक्टर रागिनी
जख्म भरता है इसी बहाने से
जख्म भरता है इसी बहाने से
Anil Mishra Prahari
आओ गुफ्तगू करे
आओ गुफ्तगू करे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बैठा हूँ उस राह पर जो मेरी मंजिल नहीं
बैठा हूँ उस राह पर जो मेरी मंजिल नहीं
Pushpraj Anant
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Harminder Kaur
बेजुबान और कसाई
बेजुबान और कसाई
मनोज कर्ण
*बेचारे नेता*
*बेचारे नेता*
दुष्यन्त 'बाबा'
■ इन दिनों...
■ इन दिनों...
*Author प्रणय प्रभात*
राम रावण युद्ध
राम रावण युद्ध
Kanchan verma
*देना इतना आसान नहीं है*
*देना इतना आसान नहीं है*
Seema Verma
सत्याग्रह और उग्रता
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...