Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2022 · 1 min read

मन ब्यथित है

मन ब्यथित है
तन ब्यथित है
आत्मा चिन्तन ब्यथित है।
शान्त हूं
एकांत हूं
और
बिबशता की कैद में हूं
नेह का भृम तोड़कर
बिस्वास को मृत
छोड़कर
मौन का उपवास लेकर
लड़खड़ाकर
चल रहा हूं
नेह पथ पर ठोकरें खा
रक्त रंजित पग हुए हैं।
हर प्रभा‌ से
रात्रि तक
और हर निशा से
भोर तक
क्या गिनूं मैं
कितने सारे कल हुए हैं
मीत के हठयोग
एवं मौनता की शक्ति से
कितने युद्भा
मृत पड़ें हैं।

Language: Hindi
307 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
gurudeenverma198
*दिल के सारे राज खोलूँ*
*दिल के सारे राज खोलूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिया ज्ञान का भंडार हमको,
दिया ज्ञान का भंडार हमको,
Ranjeet kumar patre
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
Ravi Prakash
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
Meenakshi Masoom
बिल्ली
बिल्ली
SHAMA PARVEEN
कैसे हमसे प्यार करोगे
कैसे हमसे प्यार करोगे
KAVI BHOLE PRASAD NEMA CHANCHAL
दिल से जाना
दिल से जाना
Sangeeta Beniwal
दोहा- मीन-मेख
दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सहारे
सहारे
Kanchan Khanna
କେବଳ ଗୋଟିଏ
କେବଳ ଗୋଟିଏ
Otteri Selvakumar
🙅मुग़ालता🙅
🙅मुग़ालता🙅
*प्रणय*
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
Rituraj shivem verma
वो सबके साथ आ रही थी
वो सबके साथ आ रही थी
Keshav kishor Kumar
पिछले पन्ने 8
पिछले पन्ने 8
Paras Nath Jha
4683.*पूर्णिका*
4683.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रीति चुनरिया के बड़े,
प्रीति चुनरिया के बड़े,
sushil sarna
ना जमीं रखता हूॅ॑ ना आसमान रखता हूॅ॑
ना जमीं रखता हूॅ॑ ना आसमान रखता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
मैं सदा चलता रहूंगा,
मैं सदा चलता रहूंगा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
Ajit Kumar "Karn"
.....
.....
शेखर सिंह
सूरज का ताप
सूरज का ताप
Namita Gupta
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ಗೀಚಕಿ
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
*मतदान*
*मतदान*
Shashi kala vyas
Be with someone you can call
Be with someone you can call "home".
पूर्वार्थ
प्यार जताना नहीं आता मुझे
प्यार जताना नहीं आता मुझे
MEENU SHARMA
तुमने - दीपक नीलपदम्
तुमने - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
"हार्ड वर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...