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27 Oct 2024 · 1 min read

मन पायेगा कब विश्रांति।

मन पायेगा कब विश्रांति।
दमकेगी कब मेरी कांति।।
उस दिवस प्रतीक्षा हो खत्म,
जब मिले परम मुझको शांति।।

— ननकी 27/10/2024

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