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19 Jun 2024 · 1 min read

मन को भिगो दे

मन को भिगो दे
कोई बात
अब ऐसा कभी होता नहीं,
पत्थरों के शहर में
दिल भी
लगता है
पत्थर का हो गया
एक तू क्या गया
शहर सारा मेरे लिये
अजनबी सा हो गया…

हिमांशु Kulshrestha

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