मन को चैन कहां है।
हर पल तेरा ख्याल है, परवाह तेरी बेहिसाब है।
आए ना जबतक तूँ सामने, मन को चैन कहां है।।
दिन का आगाज़, शाम की गहराई तेरे साथ है।
दिल तेरा मेरे, मेरा तेरे पास है।।
हर पल की मौजुदगी, एक प्यारा अहसास है।
बेरूखी ना समझ इसे, बस थोड़ा वक्त का फेर है।।
हर पल तेरा ख्याल है, परवाह तेरी बेहिसाब है।
आए ना जबतक तूँ सामने, मन को चैन कहां है।।
जो पल तेरे साथ हो, सुखद अत्यंत है।
पैगाम जो आए तेरा, मिलता तब मन को चैन है।।
रिश्ता तेरे-मेरे बीच का, जैसे लिखा खुदा ने है।
अजमा के देख ले कभी, साँस भी तेरे नाम के बाद है।।
हर पल तेरा ख्याल है, परवाह तेरी बेहिसाब है।
आए ना जबतक तूँ सामने, मन को चैन कहां है।।