मन को करता है भ्रमित, अंदर का शैतान
मन को करता है भ्रमित, अंदर का शैतान
सदा बुराई की तरफ, ले जाता है ध्यान
ले जाता है ध्यान,अगर हो अच्छी संगति
रहते शुद्ध विचार, नहीं फिरती है ये मति
कहे ‘अर्चना’ बात, सफल करना यदि जीवन
कुछ भी हो हालात, नहीं भ्रम में रखना मन
19-02-2023
डॉ अर्चना गुप्ता