मन के रंगो की होली
मन के रंगो की होली
आओ खेले मन के रंगो से होली
प्यार से होगा गुलाबी लाल
जोश से सजेगा रंगीला लाल
हरा होगा दुवाओ का रंग
बसंती होंगे ऋतु के अंग
नारंगी होगा दोस्तों का संग
अंबर सा खुला मन होगा गहरा नीला
पचपन के बचपन से होगा बेगनी चटकीला
तो आओ खेले इन सतरंगी रंगो की होली मन के रंगो की होली ।
दीपाली कालरा