मन के जीते जीत
मन में उत्साह हो कुछ करने की चाह हो
कौन रोक सकता है चाहे काँटों भरी राह हो
मन में उमंग हो उठती तरंग हो
खुश रह सकता है चाहे कोई न संग हो
मन में इक आस हो उस पर विश्वास हो
जुंग जीत सकता है चाहे हार आसपास हो
मन एकाग्र हो दृष्टि सब ओर हो
मनचाहा मिल सकता है चाहे बिगड़ी तकदीर हो
मन यदि वश में हो इरादे भी मज़बूत हों
लक्ष्य जीत लोगे चाहे सब कुछ विपरीत हो