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14 Dec 2021 · 1 min read

मन की महक (गुलशन ऋषि यादव)

उसके पीछे जाना छोड़ दिया मैंने
वह मिलती नहीं मुझे रास्तों पर
समय बर्बाद कर दिया मैंने
वह दिखती नहीं उन रास्तों पर

गुलशन ऋषि यादव
Gulshan Rishi yadav

Language: Hindi
310 Views
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