मन की बात
रहे बहुत सलीके से ज़माने के तरिके से ,
अब खुद से मिला जाए ।
बहुत सुन लिया सबका , अब अपने मन का भी कुछ कर लिया जाए।
अब सुनेंगे बस अपने दिल की ,
जिंदगी को अब जरा खुल कर जी लिया जाए,
बहुत मिल लिए लोगो से अब खुद से मिला जाये।
रहे बहुत सलीके से ज़माने के तरिके से ,
अब खुद से मिला जाए ।
बहुत सुन लिया सबका , अब अपने मन का भी कुछ कर लिया जाए।
अब सुनेंगे बस अपने दिल की ,
जिंदगी को अब जरा खुल कर जी लिया जाए,
बहुत मिल लिए लोगो से अब खुद से मिला जाये।