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30 Apr 2024 · 1 min read

मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन

मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन
दुःख में मेरे घर भी आए जाए कौन
बाँह पसारे जिनके लिए मैं खड़ी रही
वह सोचे हैं मुझसे प्रीत निभाए कौन

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