Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2024 · 1 min read

मन की डायरी

मन की डायरी में लिखे अपने अरमां।
कभी समझ न पाया जिन्हें ये जहां।

चाह थी मेरी बादलों सी मैं उड़ती फिरूं
मगर मेरे हिस्से का ,खो गया आसमां

पंख काट दिये हैं मेरे इक सैय्याद ने
आज पिंजरे में बैठी हूं,बनकर बेजुबां।

पहरे में हूं,मगर सोच पर नहीं हैं पहरे
लिखूं मैं जज्बात, लेकिन कैसे कहां।

हर औरत को मिली है ऐसी कई कैद
हर छत पर है ,मगर नहीं कोई आस्तां

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
याद आते हैं
याद आते हैं
Juhi Grover
नई रीत विदाई की
नई रीत विदाई की
विजय कुमार अग्रवाल
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
बरस  पाँच  सौ  तक रखी,
बरस पाँच सौ तक रखी,
Neelam Sharma
‘ विरोधरस ‘---3. || विरोध-रस के आलंबन विभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---3. || विरोध-रस के आलंबन विभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
लोग कब पत्थर बन गए, पता नहीं चला,
लोग कब पत्थर बन गए, पता नहीं चला,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
थिक मिथिला के यैह अभिधान,
थिक मिथिला के यैह अभिधान,
उमा झा
हिम्मत मत हारो, नए सिरे से फिर यात्रा शुरू करो, कामयाबी ज़रूर
हिम्मत मत हारो, नए सिरे से फिर यात्रा शुरू करो, कामयाबी ज़रूर
Nitesh Shah
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
2969.*पूर्णिका*
2969.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
★हसीन किरदार★
★हसीन किरदार★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
वो साँसों की गर्मियाँ,
वो साँसों की गर्मियाँ,
sushil sarna
Style of love
Style of love
Otteri Selvakumar
"कर्म की भूमि पर जब मेहनत का हल चलता है ,
Neeraj kumar Soni
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
©️ दामिनी नारायण सिंह
"कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
Lokesh Sharma
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
#विषय:- पुरूषोत्तम राम
Pratibha Pandey
*तू कौन*
*तू कौन*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
**गैरों के दिल में भी थोड़ा प्यार देना**
**गैरों के दिल में भी थोड़ा प्यार देना**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
😊आज😊
😊आज😊
*प्रणय*
.
.
शेखर सिंह
श्वेत पद्मासीना माँ शारदे
श्वेत पद्मासीना माँ शारदे
Saraswati Bajpai
*जागा भारत चल पड़ा, स्वाभिमान की ओर (कुंडलिया)*
*जागा भारत चल पड़ा, स्वाभिमान की ओर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ऋतुराज
ऋतुराज
Santosh kumar Miri
समय ही तो हमारी जिंदगी हैं
समय ही तो हमारी जिंदगी हैं
Neeraj Agarwal
Loading...