मन का मीत,
हवा चली है बहारों में खुशबू आये,
आप आये हैं फिर तो गुफ़्तगू आये,
दश्त में वीरान से हुये ब्याकुल चेहरे,
चमक उठे हैं जैसे कोई जादू आये,
हवा चली है बहारों में खुशबू आये,
आप आये हैं फिर तो गुफ़्तगू आये,
दश्त में वीरान से हुये ब्याकुल चेहरे,
चमक उठे हैं जैसे कोई जादू आये,