मनोबल बढ़ाया-सफलता मिली,
चलकर देखा है,
मैने अपनी चाल से भी तेज…..!
फिर भी वक़्त और तकदीर से
पीछे ही रहा…..!
.
बना सकता था,
सवारी इनको,
इतना मुझे याद न रहा,
.
भर सकता था,
सभी फॉर्म स्नातक स्तर पर,
मिल जाती..
चार-चार नौकरी,
मोदी सरकार है,
इतना मुझे ख्याल न रहा,
.
बनो क्यों सिर्फ,
महेंद्र.. मोती लाल,
बगीया है..
हर तरह के फूल,
खिलने दो,
.
सच्चाई का सामना करो,
अपनी समस्या का समाधान करे,
मत दुखी अपने-आप को करें,
खुद ही समाधान बने,
?☺?☺????
You can do it,
Let’s do….
डॉ महेन्द्र सिंह,
महादेव क्लीनिक,
मानेसर व रेवाड़ी,
(हरियाणा).