Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2022 · 1 min read

मनोज मुंतशिर को चेतावनी

झूठमुठ की वाहवाही से
कहीं दिमाग़ न फिर जाए!
चापलूसों की जमात में
तू बूरी तरह न घिर जाए!!
इतना भी न जोश में आ
वक़्त रहते ही होश में आ!
तू शायरी के मेयार से
बहुत नीचे न गिर जाए!!
(गीतकार शेखर चंद्र मित्रा ने दी
#मनोज_मुंतशिर को चेतावनी)
#manojmuntashir #Bollywood #lyrics

Language: Hindi
146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

विषय-मेरा गाँव।
विषय-मेरा गाँव।
Priya princess panwar
3022.*पूर्णिका*
3022.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोस्त,ज़िंदगी को अगर जीना हैं,जीने चढ़ने पड़ेंगे.
दोस्त,ज़िंदगी को अगर जीना हैं,जीने चढ़ने पड़ेंगे.
Piyush Goel
तुम
तुम
Dr.Pratibha Prakash
"मुशाफिर हूं "
Pushpraj Anant
उमंगों की राह
उमंगों की राह
Sunil Maheshwari
गुलाबी स्त्रियां
गुलाबी स्त्रियां
Meenakshi Bhatnagar
■ सुबह-सुबह का ज्ञान।।
■ सुबह-सुबह का ज्ञान।।
*प्रणय*
क्या ख़ूब तरसे हैं हम उस शख्स के लिए,
क्या ख़ूब तरसे हैं हम उस शख्स के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
17. बेखबर
17. बेखबर
Rajeev Dutta
उसके नाम के 4 हर्फ़ मेरे नाम में भी आती है
उसके नाम के 4 हर्फ़ मेरे नाम में भी आती है
Madhuyanka Raj
भांथी* के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने
भांथी* के विलुप्ति के कगार पर होने के बहाने
Dr MusafiR BaithA
अमरत्व
अमरत्व
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
क्या खूब वो दिन और रातें थी,
क्या खूब वो दिन और रातें थी,
Jyoti Roshni
है कौन वहां शिखर पर
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुसाफिरखाना
मुसाफिरखाना
ओसमणी साहू 'ओश'
পুণর্যাত্ৰা
পুণর্যাত্ৰা
Pijush Kanti Das
ग़ज़ल-दुनिया में दुनियादारी का बोझ
ग़ज़ल-दुनिया में दुनियादारी का बोझ
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
ज़िन्दगी में कभी कोई रुह तक आप के पहुँच गया हो तो
शिव प्रताप लोधी
" चाँद "
Dr. Kishan tandon kranti
रूह की चाहत🙏
रूह की चाहत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जीवन से ओझल हुए,
जीवन से ओझल हुए,
sushil sarna
*माँ शारदे वन्दना
*माँ शारदे वन्दना
संजय कुमार संजू
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
कह रहे हैं मैं बुरी हूँ लेकिन
Shweta Soni
मौसम ए बहार क्या आया ,सभी गुल  सामने आने लगे हैं,
मौसम ए बहार क्या आया ,सभी गुल सामने आने लगे हैं,
Neelofar Khan
#विनम्रता
#विनम्रता
Radheshyam Khatik
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
मंत्र चंद्रहासोज्जलकारा, शार्दुल वरवाहना ।कात्यायनी शुंभदघां
Harminder Kaur
*देखा यदि जाए तो सच ही, हर समय अंत में जीता है(राधेश्यामी छं
*देखा यदि जाए तो सच ही, हर समय अंत में जीता है(राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
मौत बाटे अटल
मौत बाटे अटल
आकाश महेशपुरी
जी करता है , बाबा बन जाऊं - व्यंग्य
जी करता है , बाबा बन जाऊं - व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...